नोएडा के सेक्टर-65 बहलोलपुर गाँव मे कल दिनाँक 11/04/2021 को झुग्गियों में आग लग गयी, जिसमे सभी झुग्गियाँ जल कर राख हो गयी तथा एक परिवार की 2 बच्चियों की आग में झुलसने से मौत हो गयी।
नोएड़ा के गाँव बहलोलपुर में कबाड़ा बीनने वाले 1000 से 1200 लोग लगभग 150 से 200 झुग्गियों में एक साथ रहते है। कल लगभग 1 बजे एक बंद पड़ी झुग्गी, जिसमे रहने वाले लोग वहाँ पर नही थे, में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गयी और देखते ही देखते आग सभी झुग्गियों में फैल गयी। इन्ही झुग्गियों में रहने वाले एक परिवार की 2 बच्चियाँ इस आग में फंस गयी और उनकी जलने से मौत हो गयी। इन बच्चियों की मां का रो-रो कर बुरा हाल है और वो बार-बार बेहोस हो जा रही है बच्चियों के पिता अभी एक दिन पहले बिहार अपने गाँव गये थे ,जो सूचना मिलने के बाद बिहार से आ रहे है।
इस आग से काफी लोग घायल भी हुए है और इन लोगो का सारा सामान जल कर राख हो गया है, जिसमे इनके कपड़े,घर का सामान व कुछ रुपए-पैसे जो इन लोगो ने बड़ी मेहनत से बचत कर करके झुग्गी में रखे हुए थे, जल कर राख हो गए है। झुग्गियों में रहने वाली एक महिला ने अपनी बेटी की शादी के लिए रुपये जोड़ कर रखे हुए थे जो जल गये महिला का रो-रो कर बुरा हाल है।
झुग्गियों में आग लगने के साथ ही लोगो ने प्रशासन को अवगत करा दिया था लेकिन लोगो का आरोप है कि फायरब्रिगेड की गाड़ी 2 घण्टे बाद 3 बजे पहुँची ,तब तक आग सभी झुग्गियों में फेल चुकी थी, यदि प्रशासन समय से हरकत में आता तो लोगो का काफी नुकसान बचाया जा सकता था।
प्रशासन ने मृतको,घायलों व दोबारा झुग्गी बनाने के लिए राहत की घोषणा कर दी है लेकिन आज 12/04/2021 को 3 PM तक झुग्गी में रहने वाले लोगो को इसके बारे में कोई सूचना नही है। प्रशासन ने सुबह इन लोगो के लिए खाने की व्यवस्था की थी और पानी की व्यवस्था कराई है, लेकिन इनके रहने की अभी कोई व्यवस्था नही हुई है।
इन झुग्गियों में रहने वाले ज्यादातर लोग बिहार के नालन्दा और उसके आस पास से है ये सभी लोग कबाड़ा बीनने का काम करते है,इनके द्वारा बीन कर लाया गया कबाड़ा भी जल कर खाक हो गया है।
कुछ सामाजिक लोग व NGO खाना व कपड़े लेकर पहुँचे है लेकिन यह सब नाकाफी है। भयंकर गर्मी व धूप में ये लोग, छोटे-छोटे बच्चे व महिलाओं के साथ खुले आसमान में रह रहे है और आग में खाक हो गए अपने घर के मलबे को बीन रहे है।