Protest Against Labour Codes AIKMS : चार लेबर कोड और निजीकरण के विरोध में औद्योगिक मजदूरों की दो दिवसीय अखिल भारतीय हड़ताल के दौरान,
अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा के कार्यकर्ताओ ने प्रधानमंत्री के नाम सात सूत्रीय ज्ञापन खण्ड विकास अधिकारी जसरा को सौपा साथ में इन्ही मांगो पर सड़वा गांव में बड़ी जनसभा का आयोजन किया गया।
Protest Against Labour Codes AIKMS : मजदूर यूनियन बनाने पर हमले बंद करो
कार्यक्रम के दौरान कार्यकर्ताओं के हाथो में स्लोगनयुक्त लिखी तख्ती व झंडे लिए नारे लगाए , मजदूर विरोधी चार लेबर कोड रद्द करो,सरकारी कंपनियों का निजीकरण बंद करो, न्यूनतम मजदूरी लागू करो, आशा कर्मी – आंगनवाड़ी, स्कूल सहायिका को न्यूनतम मजदूरी लागू करो, स्कूल – अस्पतालों का निजीकरण बंद करो, निर्माण मजदूर कानून अमल करो, बीड़ी मजदूर कानून अमल करो, 8 घंटे काम का दिन अमल करो, 12 घंटे अनिवार्य ड्यूटी पर रोक लगाओ,मजदूर यूनियन बनाने पर हमले बंद करो,राशन मे प्रति कार्ड मुफ्त 10 किलो अनाज-तेल, चीनी, नमक, दाल दो,पुरानी पेंशन नीति बहाल करो,मुफ्त में सरकारी इलाज अमल करो, सरकारी स्कूल शिक्षा ठीक करो आदि।
सभा के दौरान वक्ताओं ने कहा बहुराष्ट्रीय कम्पनियों की सेवा के लिए भारतीय शासक नतमस्तक है व उनकी सेवा में नये – नये श्रम कानूनों के माध्यम से चार लेबर कोड लाई इस कानून में मजदूरों के सभी बुनियादी अधिकारो पर पूरी तरह से हमला कर कमजोर करती है श्रमिको के अधिकारो व यूनियन बनाने का अधिकार,न्यूनतम मजदूरी का भुगतान,मजदूरी का समय पर भुगतान पर हमला है,महिलाओं को सुरक्षा देने के बजाय रात की पाली में ड्यूटी रखने की अनुमति देता है। स्थायी रोजगार देने आकस्मिक ठेका मजदूर रखने – छटनी की स्वतंत्रता देती है जो घोर निंदनीय है। आशा – आंगनवाड़ी,स्कूल रसोई सहायिकाओं और अकुशल श्रमिको को सोलह हजार प्रति माह व कुशल श्रमिको को अठारह हजार प्रति माह देने की मांग की गयी। शिक्षा – स्वास्थ्य सुविधाओं के निजीकरण पर रोक लगाई जाए,पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग की गई।
सभा के अंत में प्रधानमंत्री के नाम सात सूत्रीय ज्ञापन खण्ड विकास अधिकारी जसरा अमित मिश्रा को सौप गया, खण्ड विकास अधिकारी ने आश्वासन दिया कि ब्लाक लेबल की समस्याओं को हल करने का प्रयास करेंगे, बाकी की समस्याओं को प्रधानमंत्री को भेजेंगे।
इस मौके पर विनोद निषाद,संजय,अशोक,भीमलाल, रामकैलाश कुशवाहा,राजकुमार आदि उपस्थित रहे।