मिड डे मील-वर्कर्स देश भर में 24 सितम्बर को हड़ताल करेंगी,7 नवंबर को मुख्यमंत्री आवास करनाल पर हरियाणा की सभी वर्कर्स रैली करेंगी तथा किसान संगठनों के भारत बंद में भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेंगी।
उक्त फैसला मिड डे मील वर्कर्स यूनियन हरियाणा (सीटू) की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में लिया गया, जिसकी अध्यक्षता गगनदीप ने की। बैठक को संबोधित करते हुए फेडरेशन के राष्ट्रीय महासचिव जय भगवान, यूनियन की राज्य महासचिव शरबती, सीटू प्रदेश अध्यक्ष सुरेखा ने कहा कि 2010 के बाद से केंद्र सरकार ने मिड डे मील वर्कर्स के मानदेय में कोई बढ़ोतरी नहीं की है। 45वें श्रम सम्मेलन को सिफारिशों को लागू नहीं किया जा रहा है, जो मिड डे मील वर्कर्स के कर्मचारी बनाने, न्यूनतम वेतन लागू करने और समाजिक सुरक्षा प्रदान करने की बात करता है। सरकार मिड डे मिल योजना में केंद्रीय रसोई घर व डीबीटी शुरू कर रही। इसी प्रकार से जो नई शिक्षा नीति आई है, उसके चलते हुए बड़े पैमाने पर सरकारी स्कूल बंद हो जाएंगे। यह सब करके भाजपा सरकार वर्कर्स के रोजगार को खत्म करना चाहती है। जिसे किसी भी रूप में स्वीकार नहीं किया जाएगा।
संगठन के नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार असंगठित क्षेत्र के मजदूरों का रजिस्ट्रेशन कर रही है। जिसमें मिड डे मील वर्कर्स का नाम शामिल नहीं है। जबकि आंगनवाड़ी वर्करो – हेल्परों व आशा वर्करों का नाम शामिल किया गया है। यह मिड डे मिल वर्करों के साथ दुभात है कि उन्हें मजदूर का दर्जा सरकार नहीं दे रही। राज्य में मिड डे मील वर्करों को 6-6 महीने से वेतन नहीं मिल रहा है। वर्दी का तय भत्ता भी तीन साल से नहीं मिला है। 1000 से ज्यादा स्कूल बंद कर दिए गए व वर्कर्स का रोजगार छीना जा रहा है।
इसलिए वेतन बढ़ोतरी, 10 की बजाय 12 महीने वेतन मिले, न्यूनतम वेतन, पक्के रोजगार की मांग, बकाया वेतन व वर्दी भत्ते तुरंत जारी हो, स्कूलों में खाना बनना तुरंत शुरू हो। खेती को उजाड़ने वाले तीन कृषि कानून, मजदूर विरोधी चारों लेबर कोड व सरकारी विभागों को बेचने के निर्णय रद्द हों। इन मांगो को लेकर राज्य व्यापी आंदोलन का एलान किया गया है। देश भर में परियोजना वर्कर्स 24 सितम्बर को हड़ताल करेंगी। जिसमें हरियाणा की सभी मिड डे मील वर्कर्स भारी संख्या में हिस्सा लेंगी व 7 सितम्बर को अपने अधिकारियों को हड़ताल का नोटिस सौंपेगी। किसानों के भारत बंद में बढ़ चढ़ कर भाग लेंगी। 7 नवंबर को करनाल में राज्य स्तरीय रैली होगी जिसकी जोरदार तैयारी की जाएगी। यूनियन ने अपना प्रांतीय अधिवेशन 11-12 दिसंबर को करने का फैसला किया है। उससे पहले जिला व ब्लॉक के सम्मेलन किए जायेंगे। बैठक ने सभी वर्कर्स को संगठन का सदस्य बनाने के लिए विशेष अभियान चलाने का भी फैसला किया। बैठक में राजरानी, लाल देवी, सत्यवान, सुदेश, बबली, सरोज, कविता, पिंकी, शिमला, रेखा, राजबाला, रोशनी, संदीप, जोगेंद्र आदि नेताओं ने भी अपनी बात रखी लिया।