बिहार के सैकड़ों पिएचसी में बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ गोपगुट /ऐक्टू के नेतृत्व में 9 अगस्त को पीएचसी के सामने धरना-प्रदर्शन आयोजित कर अपनी मांगों को विरोध प्रदर्शन किया।
आशा कार्यकर्ताओं ने निम्नलिखित माँगो को लेकर धरना प्रदर्शन किया –
1.आशा और आशा फैसिलिटेटर को स्वास्थ्य विभाग का नियमित कर्मचारी घोषित करो ।
2.पारितोषिक और कोरोना भत्ता सहित तमाम बकाए का अद्यतन भुगतान करो ।
3.40 हज़ार ही नही,सभी आशा कार्यकर्ता और आशा फैसिलिटेटर को स्मार्टफोन देना होगा ।
4.अश्विनी पोर्टल में आशाओं के पारिश्रमिक दावा लोड करने को लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति एक मार्गदर्शिका जारी करे,आशाओं के पारिश्रमिक भुगतान की निगरानी के लिये राज्य स्तर पर एक मॉनिटरिंग सेल गठित हो ।
साथ ही उत्तराखंड की हड़ताली आशा कार्यकर्ताओं का भी समर्थन किया और उत्तराखंड की सरकार को कहा कि उनकी मांगों को जल्द से जल्द माने नहीं तो बिहार की आशा भी हड़ताल में उतर जाएगी।