Delhi State Anganwadi Workers Delhi News , आँगनवाड़ी महिलाकर्मियों ने ग़ैर-क़ानूनी निलम्बन व मज़दूर-विरोधी 4 लेबर कोड के ख़िलाफ़ विरोध-प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में बिगुल मज़दूर दस्ता, अखिल भारत शिक्षा अधिकार मंच और दिशा छात्र संगठन के कार्यकर्ता भी समर्थन में मौजूद रहे।
दिल्ली स्टेट आँगनवाड़ी वर्कर्स एण्ड हेल्पर्स (Delhi State Anganwadi Workers) की कार्यकर्ता प्रियम्बदा ने बताया कि दिल्ली में 31 जनवरी से चली आँगनवाड़ीकर्मियों की हड़ताल को तोड़ पाने में असफ़ल होने के बाद राज्य व केन्द्र सरकार की सहमति और मिलीभगत से 9 मार्च को हड़ताल पर हेस्मा क़ानून लगा दिया गया था। एक ओर आँगनवाड़ीकर्मियों को आवश्यक सुविधाओं को मुहैय्या कराने में “बाधा” न खड़ी करने की सीख दी जा रहीं थी। दूसरी ओर महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा बदले की भावना से 11,942 महिलाकर्मियों को कारण बताओ नोटिस भेजे गए व 884 महिलाकर्मियों को ग़ैर-कानूनी तरीके से निकाल दिया गया। इस दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग ने उचित कार्यप्रणाली का पालन ही नहीं किया। मज़दूर-मेहनतकश विरोधी फ़ैसले लेते हुए तमाम पार्टियाँ एक हो जाती हैं। आज जब मज़दूर-विरोधी 4 लेबर कोड लागू कर मज़दूरों की लूट को और आसान बनाया जा रहा है तो सभी पूँजीवादी पार्टियों की इसपर सहमति है। प्रियम्बदा ने आगे कहा कि भले ही आँगनवाड़ीकर्मी श्रम कानूनों के दायरे में नहीं आती हैं, लेकिन हमारा संघर्ष इन्हीं श्रम क़ानूनों के हक़ों को हासिल करना है। आज इसलिए देश भर में स्कीम वर्कर्स नियमितीकरण की माँग को लेकर आन्दोलनरत हैं।
ए.आई.एफ़.आर.टी.ई से मधु प्रसाद ने कहा कि मौजूदा सरकार जिस प्रकार नयी शिक्षा नीति के तहत आँगनवाड़ीमहिलाकर्मियों के सस्ते श्रम का इस्तेमाल करने की तैयारी कर चुकी है उसके ख़िलाफ़ भी संघर्ष ज़रूरी हो गया है। आज छात्रों-नौजवानों-मज़दूरों के मसलों पर एकजुट होकर आवाज़ उठानी होगी। मेहनतकश विरोधी तमाम फ़ैसलों के ख़िलाफ़ जुझारू संघर्ष ज़मीनी स्तर पर ही तैयार हो सकते हैं।
आँगनवाड़ी सहायिका अनिता ने कहा कि सरकार ने बदले की भावना से हमें टर्मिनेट कर दिया है। 884 महिलाओं में से बहुतों का जीवनयापन आँगनवाड़ी से मिल रहे मानदेय से ही चलता है। हमारी यूनियन की ओर से दिल्ली उच्च न्यायालय में इन फ़र्ज़ी टर्मिनेशन का मसला चल रहा है और दूसरी तरफ़ हमारा सड़कों पर भी आन्दोलन चल रहा है। जब मज़दूरों के दमन की बात आती है ‘आप’ और ‘भाजपा’ में कोई अन्तर नहीं है। इसलिए दिल्ली की आँगनवाड़ीकर्मी ख़ास तौर पर इन दोनों पार्टियों की मेहनतकश-विरोधी नीतियों का पर्दाफाश करने का ठान चुकी हैं।
इस दौरान दिशा छात्र संगठन के साथियों ने क्रान्तिकारी गीतों की प्रस्तुति भी दी।
Delhi State Anganwadi Workers की माँगे
दिल्ली स्टेट आँगनवाड़ी वर्कर्स एण्ड हेल्पर्स यूनियन की माँगे :-
1) बदले की भावना से निकाली गयीं 884 आँगनवाड़ीकर्मियों को तत्काल बहाल करो
2) आँगनवाड़ी महिलाकर्मियों के जून तक के बकाये मानदेय का तत्काल भुगतान करो
3) 2017 में की गयी 1500₹ और 750₹ की मामूली बढ़ोतरी का एरियर समेत भुगतान केन्द्र सरकार तत्काल करे
4) मज़दूर-विरोधी,स्त्री-विरोधी चारों लेबर कोड रद्द करो
5) पक्के कर्मचारी का दर्ज़ा दो