पिछले 10 साल से गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी में ये सफाईकर्मी काम कर रहे है। विश्वविद्यालय प्रशासन टेंडर दे कर कंपनियों से सफाई का कार्य कराता है,टेंडर लेने वाली कंपनियां बदलती रही है लेकिन जो भी कम्पनी आती है वह काम कर रहे सफाईकर्मियों से अपने काम को जारी रखती है,अभी इन सफाईकर्मियों को मात्र 8,300 रुपये मासिक दिए जा रहे थे।
Gautam Buddha University Noida Protest : कोरोना महामारी में काम किया
इन सफाईकर्मी ने कोरोना महामारी में लॉकडाउन में लगातार अपनी जान हथेली पर रख कर गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी में काम किया, लेकिन गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कोरोना का फायदा उठाते हुए 165 सफाईकर्मी को बिना कोई पूर्व सूचना के 15 जून को नौकरी (Gautam Buddha University Noida Protest) से निकाल दिया।
सफाईकर्मी के कोरोना काल के कार्ड |
इन 165 सफाईकर्मियों को 15 जून को विश्वविद्यालय प्रशासन ने बताया कि आपकी कंपनी का टेंडर समाप्त हो गया है इसलिए आप अब यहाँ काम नही कर सकते जबकि कुछ सफाईकर्मियों को विश्वविद्यालय प्रशासन ने काम पर रख लिया जो अभी मजबूरी मे ज्यादा काम कर रहे है।
इसके साथ-साथ इन सफाईकर्मियों को पिछले डेढ़ माह का वेतन भी नही दिया गया है। ये सफाईकर्मी 15 जून से ही तेज़ धूप में गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी के गेट पर धरना (Gautam Buddha University Noida Protest) दे रहे है। इन सफाईकर्मियों में बड़ी संख्या में महिलाएं भी है।
सफाईकर्मी राहुल ने बताया कि, हम 15 जून से अपनी नौकरी व वेतन के लिए विश्वविद्यालय के गेट पर बैठे (Gautam Buddha University Noida Protest) हुए है ,हमने विश्वविद्यालय के कार्यवाहक रजिस्ट्रार एस एन तिवारी और कुलपति भगवती प्रसाद शर्मा से वार्ता करने का प्रयास किया लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन हमारी बात सुनने के लिए तैयार ही नही है उल्टा हमारे प्रतिनिधिमंडल के साथ रजिस्ट्रार एस एन तिवारी ने अभद्रता की।
सफाईकर्मियों द्वारा मानवाधिकार आयोग को भेजा गया पत्र |
सफाईकर्मी संजय ने बताया कि हम इस तेज धूप में अपनी रोजी रोटी के लिए विश्वविद्यालय के गेट पर बैठे (Gautam Buddha University Noida Protest) हुए है जिसमे हमारे महिला व पुरुष सभी 165 सफाईकर्मी उपस्थित रहते है,गर्मी के कारण हमारे कुछ साथी बीमार भी पड़ गए है लेकिन शासन-प्रशासन कोई हमारी बात नही सुन रहा है। देश के प्रधानमंत्री मोदी जी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी जी बार-बार ये बोल रहे है कि किसी को नौकरी से नही निकाला जाएगा और सभी को वेतन दिया जाएगा लेकिन हमारे साथ इस कोरोना काल मे यह अन्याय किया जा रहा है। हमने लॉक डाउन में लगातार संघर्ष करते हुए विश्वविद्यालय में काम किया लेकिन हमें अब नौकरी से निकाल दिया गया।
सफाईकर्मियों द्वारा जिलाधिकारी को भेजा गया पत्र |
सफाईकर्मी सुरेंद्र ने कहा कि जब तक हमे नौकरी पर वापस नही लिया जाता और हमारा बकाया वेतन नही दिया जाता हम गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी के गेट पर विरोध-प्रदर्शन करते रहेंगे।
यूनिवर्सिटी के कुलपति बीपी शर्मा ने बताया की कंपनी का टेंडर समाप्त हो गया है और वर्तमान में टेंडर की प्रक्रिया नही हो पा रही है।