उत्तर प्रदेश, लखीमपुर खीरी में खेती के तीन काले कानून के विरोध में प्रदर्शन कर रहे आंदोलन मे शहीद हुए किसानों की अस्थि कलश यात्रा आज अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा (एआईकेएमएस) द्वारा कौशाम्बी में रसूलपुर बदले से शुरु कर, कई गावों से होते हुए उजिहिनी खालसा घाट पर गंगा में विसर्जित की गयी।
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा के लखीमपुर खीरी में खेती के तीन काले कानून को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों की भाजपा नेताओं के द्वारा गाड़ी से कुचलकर निर्मम हत्या के विरोध में शहीद हुए किसानों की अस्थि कलश यात्रा कौशाम्बी के रसूलपुर बदले से शुरु किया गया, जिसमें अस्थि कलश यात्रा बड़े गांव, बलिहावां मोड़ जीटी रोड होते हुए गौसपुर होकर उजिहिनी खालसा गंगा घाट पर विसर्जित किया गया।
शहीद किसानों की अस्थि कलश यात्रा की शुरुआत शहीद किसानों की कलश पर माल्यार्पण करते हुए “शहीदों तुम्हारे सपनों को मंजिल तक पहुंचाएंगे“, “खेती के तीन काले कानून वापस लो“, “कारपोरेट की ठेका खेती नहीं चलेगी“, “एमएसपी की गारंटी दो“, “किसानों को बरबाद करना बंद करो“, “बिजली बिल 2021 वापस लो”, आदि के नारों के साथ किया गया। शहीदों के अस्थि कलश पर हजारों लोगों ने फूल चढ़ाते हुए आन्दोलन को तेज करने का संकल्प लिया और कहा कि अब ये आन्दोलन गांव-गांव मे बढ़ेगा।
साथ में हत्या करने के मामले में संलिप्त केंद्रीय गृह राज्य मंत्री, अजय मिश्र टेनी को बर्खास्त करने और उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की गई।
अस्थि कलश यात्रा में मुख्य रूप से एआईकेएमएस के वीरेन्द्र कुमार, राजेन्द्र कुशवाहा, भैया लाल, दिनेश, राजू, संतराम कुशवाहा, सियाराम, बिहारी लाल, कृष्णा, श्रीनाथ, रघुवंशी, भोला निषाद, लालजी, लंगर प्रधान, एवं महिल नेता नैनी कुमारी, चंद्रवती आदि मौजूद थे।