उत्तर प्रदेश, संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा के नेत्रृत्व मे प्रयागराज व कौसम्बी के कई गाँवो मे सरकार की जन विरोधी नीतियों का पुतला दहन किया गया।
सभी गाँवो मे खेती के तीन काले कानून, नया बिजली विल 2021, 24 जून 2019 का बोट से खनन रोकने का आदेश, पहाड़ मे क्रेशर व लोडर से पर्यावरण की बर्बादी, कारपोरेट लूट, माफिया लूट एवं रसोई गैस, पेट्रोल, खाद, डीजल की मंहगाई का पुतला दहन किया गया।
नदी किनारे के गाँव, बीकर, लवायन, जलालपुर, खुर्द, मैनापुर, अमिलिया आदि मे 24 जून 2019 बोट से खनन रोकने का आदेश पर विशेष जोर रहा।
बीकर मे पुतला दहन के दौरान पुलिष के द्वारा पुतले को छीना झपटी के दौरान एक कॉन्स्टेबल ने महिलोओं पर हाथ लगा दिया, जिससे महिलाओं मे आक्रोष आ गया और पुलिष की गाड़ी को घेर लिया। जब एसओ ने पुलिस की तरफ से माफी मांगी तो महिलाओं का गुस्सा शांत हुआ
पहाड़ के गाँव, ओडगी, गन्ने व दुबहा आदि मे क्रेशर व लोडर का पुतला दहन प्रमुख रहा।
इसके अलावा जारी, उजिहिनी, रेही, कुल्हाडि़या आदि करीब 15 गाँव मे पुतला दहन का कार्यक्रम किया गया।
किसान नेताओं ने कहा कि, जिस तरह से मोदी योगी की सरकार जनता के रोजगार को छीनकर मंहगाई बढा़ रही है, उसमे एक ओर वह जनता को निराश्रित छोड़ रही है और दूसरी ओर कह रही है कि उसने जनता को आत्मनिर्भर बना दिया है। इससे निश्चित तौर पर गरीबों का जिंदा रह पाना मुश्किल होगा।