नोएडा, ग्रेटर नोएडा वेस्ट में ATS बिल्डर की निर्माणाधीन बिल्डिंग में काम कर रहे एक मजदूर की बिजली का करंट लगने के कारण मौत हो गयी। जिसके बाद मजदूरों ने मृतक मजदूर साथी के परिवार की मदद की माँग की , इनमें से अगुआ मजदूरों को तोड़फोड़ करने के लिये जेल भेज दिया गया।
मालदा के मजदूरों के मुंशी अनूप मंडल जो खुद मालदा प0 बंगाल का रहने वाला है,ने बताया कि डॉक्टरों ने हमे बताया कि तरुण की मौत हो चुकी है तो हमने इस घटना के बारे में उसके परिवार को सूचित किया। उसके बाद पुलिस मृतक मजदूर की बॉडी को पोस्टमार्टम के लिये ले गयी।
मृतक मजदूर तरुण के साथ काम करने वाले मालदा के एक मजदूर चंदन ने बताया कि अगले दिन 10 अगस्त को मजदूरों ने कंपनी मैनेजमेंट से पूछा कि मृतक मजदूर की बॉडी कब तक आएगी, तो बताया गया कि 11 बजे पोस्टमार्टम होगा उसके बाद पता चलेगा। मजदूरों ने मांग की, कि मृतक मजदूर की बॉडी को यहाँ पर लाया जाये तथा उसके परिवार को 15 लाख की आर्थिक मदद दी जाये, मजदूर शाम तक बैठे रहे। पुलिस की जीप आने पर 5 बजे के बाद कंपनी की तरफ से बताया गया कि मृतक के परिवार की सभी माँगो को पूरा कर,मृतक की बॉडी को उसके परिवार के साथ प0 बंगाल भेज दिया गया है। इससे मजदूर आक्रोशित हो गये और ATS के ऑफिस में घुस गए व उन्होंने पुलिस को भी खदेड़ दीया। इसके बाद रात में 12 बजे पुलिस बड़ी संख्या में आई और मजदूरों की झुग्गियों में घुस के मजदूरों को मारा-पीटा व बहुत से मजदूरों को उठा कर ले गयी। जिनमें से 25-30 को जेल भेज दिया, जेल जाने वालों में बहुत से ऐसे मजदूर है जो घटना के समय वहाँ पर उपस्थित भी नही थे।