प्रयागराज, 8/9/2021, युवा मंच के बैनर तले पत्थर गिरजाघर में 8 वें दिन भी रोजगार आंदोलन जारी रहा। प्रयागराज/इलाहाबाद देश का महत्वपूर्ण शैक्षिक केंद्र है और आज बेकारी संकट भयावह होता जा रहा है। प्रयागराज में रोजगार आंदोलन जारी है। ऐसे में बेरोजगार युवा राष्ट्रपति से मुलाकात कर रोजगार के सवाल को हल करने के लिए गुहार लगायेंगे। बेरोजगारों को उम्मीद है कि राष्ट्रपति मुलाकात के लिए वक्त जरूर निकालेंगे।
युवा मंच अध्यक्ष अनिल सिंह ने कहा कि रोजगार आंदोलन तब तक जारी रहेगा तब तक कि प्रदेश में 5 लाख रिक्त पदों पर विज्ञापन जारी नहीं हो जाता है। कहा कि एक तरफ बेकारी चरम पर है वहीं दूसरी ओर चयन प्रक्रिया में अभूतपूर्व धांधली है, इसका ज्वलंत उदाहरण टीजीटी परीक्षा में हाईकोर्ट के आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए की गई धांधली है।
50 साल से ऊपर के पुलिसकर्मियों को स्क्रीनिंग कर जबरन रिटायरमेंट की आज की गई घोषणा का विरोध करते हुए तत्काल वापस लेने की मांग युवा मंच ने की है। कहा कि दरअसल सरकार संविदा व्यवस्था लागू करने के लिए आमादा है। संयोजक राजेश सचान ने कहा कि प्रदेश व देश में बेकारी का संकट मोदी सरकार की नीतियों से बढ़ता जा रहा है। रेलवे में 50 फीसद स्वीकृत पदों को खत्म करने का आदेश जारी किया जा चुका है। इसी तरह उत्तर प्रदेश में चतुर्थ श्रेणी समेत तमाम विभागों में लाखों पदों को खत्म कर दिया गया। प्रदेश व देश में हर सेक्टर में रोजगार खत्म हुए हैं। सछास के प्रदेश सचिव संदीप चौधरी ने रोजगार आंदोलन का समर्थन किया और कहा कि योगी सरकार रोजगार के फर्जी आंकड़ेबाजी कर प्रोपेगैंडा कर रही है जबकि जमीनी हकीकत इसके उलट है। बीएड उत्थान जन मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष संगीता पाल व बीटीसी नेता अंकित पटेल का कहना है जब सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में 51112 प्राथमिक शिक्षक भर्ती के खाली पदों का हल्पनामा लगा चुकी है तो भर्ती निकालने के लिए कमेंटी क्यों? दर असल सरकार भर्ती देना ही नहीं चाहती । सीएमपी डिग्री कालेज के पूर्व अध्यक्ष करन सिंह परिहार ने कहा कि अब रोजगार आंदोलन में विश्वविद्यालय व महाविद्यालयों के छात्र भी शामिल होंगे और आंदोलन तेज होगा। प्राथमिक शिक्षक भर्ती आंदोलन के छात्र नेता अंकित पटेल ने प्राथमिक विद्यालयों में विज्ञापन के लिए कमेटी गठित पर इसके औचित्य पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि प्राथमिक विद्यालयों में सरकार के पास रिक्त पदों का डेटा उपलब्ध है तभी तो रिक्त पदों व नया विज्ञापन के संबंध में हलफनामा दाखिल किया था। लेकिन अब योगी सरकार वादे से मुकर रही है। हाईकोर्ट के अधिवक्ता अरुण पाल ने कहा कि आज बेकारी और मंहगाई चरम पर है। महिला समाख्या की वर्षा रानी ने 34 साल से संचालित महिला समाख्या को कोरोना काल में बंद कर 800 महिलाओं की नौकरी छीनने और भुखमरी के कगार पर पहुचाने का आरोप लगाया और मांग की कि तत्काल बहाल किया जाये।
धरना प्रदर्शन के अंत में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन प्रशासन को सौंप कर प्रवक्ता जीआईसी में अमूमन 500-1000 किमी दूर परीक्षा केंद्र बनाने का विरोध दर्ज कराते हुए मांग की गई कि सभी मंडल में सभी विषयों के परीक्षा केंद्र बनायें जायें और छात्र को करीबी परीक्षा केंद्र दिया जाये। पत्र के माध्यम से आरोप लगाया गया कि लोक सेवा आयोग खुद की सहूलियत के लिए 5 लाख छात्रों के उत्पीड़न करने पर आमादा है। पत्र में मांग की गई है कि प्रवक्ता जीआईसी में सभी छात्रों को उनके नजदीकी शहरों में परीक्षा केंद्र आवंटित कराने का कष्ट करें। इस मौके पर युवा मंच संयोजक राजेश सचान, अध्यक्ष अनिल सिंह, सीएमपी डिग्री कालेज पूर्व अध्यक्ष करन सिंह परिहार, हाईकोर्ट अधिवक्ता अरूण पाल,बीएड उत्थान जन मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष संगीता पाल, महिला समाख्या की वर्षा रानी, अंकित पटेल, संदीप द्विवेदी, अनिल पटेल, बृजेन्द्र शुक्ला, ईशान, धर्म राज यादव, उर्मिला देवी, उर्मिला राव आदि मौजूद रहे।